ईश्वर और भगवान में क्या अंतर है?

ईश्वर और भगवान, दोनों ही सर्वोच्च शक्ति के नाम हैं. ईश्वर को परमात्मा, प्रभु, और स्वामी भी कहा जाता है. ईश्वर को लेकर अलग-अलग धर्मों में अलग-अलग मान्यताएं हैं. 

ईश्वर की अवधारणा:

  • ईश्वर को सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, सर्वव्यापी, और सर्वहितकारी माना जाता है. 
  • ईश्वर को अनादि, अजन्मा, और ज्ञान का स्वरूप माना गया है. 
  • ईश्वर को निराकार, निर्विकार, और निर्विकल्प माना गया है. 
  • ईश्वर को ब्रह्मा, विष्णु, और महेश के रूप में त्रिमूर्ति में देखा जाता है. 
  • ईश्वर को एक सर्वोच्च शक्ति, सृष्टिकर्ता, और नियंता के रूप में मान्यता दी जाती है. 

ईश्वर से जुड़े कुछ विचार:

  • ईश्वर हर प्राणी में है, चाहे वह दृश्य हो या अदृश्य. 
  • ईश्वर हमारी मन की उलझनों का निवारण करता है और हमारे मोक्ष का कारण बनता है. 
  • ईश्वर को एकता के रूप में माना जाता है जो संपूर्ण सृष्टि और उससे परे व्याप्त है. 
  • ईश्वर को लिंगहीन, निर्भय, बिना शत्रुओं वाला, आत्मनिर्भर, सभी प्राणियों के लिए सार्वभौमिक, बिना सीमा वाला, और असीम माना गया है. 

“अधूरा नहीं, पूरा पड़े”

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