कर्तव्य और अधिकार के बीच का संबंध कर्तव्य और अधिकार के बीच का संबंध एक सशक्त सामाजिक ताना-बाना तैयार करता है, जिसमें व्यक्ति के कार्य और उसे मिलने वाले अधिकारों की स्पष्ट समझ होती है। भारतीय संस्कृति में, विशेष रूप से श्रीमद् भगवद गीता में, इस विचार की गहराई से विवेचना की गई है। गीता का यह स्पष्ट संदेश है कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए, जबकि फल की अपेक्षा से विवश नहीं होना चाहिए। इस सिद्धांत का आधार यह है कि कर्तव्य पालन स्वयं में एक गरिमा और संतोष का स्रोत होता है, और इससे हमें हमारे…