आदियोगी शिव का परिचय आदियोगी शिव, जिसे हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण देवता माना जाता है, ज्ञान, तपस्या और समर्पण का प्रतीक है। भारतीय संस्कृति में आदियोगी शिव का अस्तित्व न केवल धार्मिक मान्यता के रूप में है, बल्कि यह विविध सांस्कृतिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोणों में गहराई से मौजूद है। उनके कई रूप हैं, जिनमें नटराज, त्रिनेत्र और भैरव शामिल हैं। प्रत्येक रूप की अपनी अलग कथा और प्रतीकात्मकता है जो उच्चतम ज्ञान और वर्षों की साधना को दर्शाता है। नटराज का रूप शिव का सांगीतिक और नृत्यात्मक स्वरूप है, जो सृष्टि और विनाश के चक्र को दर्शाता है।…