शिव की एकता का महत्व हिंदू धर्म में भगवान शिव को त्रिदेवों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उनका चरित्र केवल एक संहारक के रूप में ही नहीं, बल्कि सृष्टि और संरक्षण के प्रतीक के रूप में भी परिभाषित किया जाता है। शिव की अद्वितीयता और बहु-आयामिता के बावजूद, उनके अस्तित्व में एकता की गहरी संरचना पाई जाती है। उन्हें ‘भगवान का सर्वोच्च सत्य’ माना जाता है, जिसमें समस्त जगत की विशेषताएँ समाहित हैं। यही कारण है कि शिव को अनेक रूपों में पूजा जाता है। शिव की एकता की एक महत्वपूर्ण विशेषता उनकी रूप विविधता में निहित है। भगवान शिव…