शिव ही सत्य हैं, शिव अनंत हैं, शिव अनादि हैं, शिव भगवंत हैं,
शिव ओंकार हैं, शिव ब्रह्म हैं, शिव शक्ति हैं, शिव भक्ति हैं।
शिव की बनी रहे आप पर छाया, पलट दे जो आपकी किस्मत की काया
तन की जाने मन की जाने जाने चित की चोरी उस शिव के हाथ में हैं तेरी मेरी डोरी।
हाथों की लकीरों से ज्यादा महादेव के फैसले पर यकीन है,